DSP कैसे बने? | डीएसपी किसे कहते हैं और उनका काम क्या होता है?

पुलिस विभाग के एक पद डीएसपी का होता है जिसका पूरा नाम डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस होता है डीएसपी का पद पुलिस इंस्पेक्टर से उच्च पद होता है आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स का सपना होता है कि वे डीएसपी के पद पर जॉब पाए इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको डीएसपी बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे जैसे कि DSP कौन होता है इन्हें क्या काम करना पड़ता है इसके लिए कौन से एग्जाम देना होता है भर्ती प्रक्रिया क्या होती है और इस पद पर कितनी सैलरी मिलती है तो अगर आप इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढि़ए.

डीएसपी किसे कहते हैं और उनका काम क्या होता है?

DSP का पूरा नाम Deputy Superintendent of Police होता है जिसे हिंदी में पुलिस उपाधीक्षक कहते हैं कुछ जगह पर इन्हें सीओ भी कहा जाता है यह एक स्टेट लेवल का पुलिस ऑफिसर होता है एक तहसील के अंतर्गत जितने भी पुलिस थाने आते हैं वे सभी डीएसपी के अंडर में होते हैं वे 4 से 5 या इससे अधिक पुलिस थाने भी हो सकते हैं उन सभी पुलिस थानों के कार्यों की जांच करना, क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना, समय समय पर क्षेत्र का दौरा करना, और अपने नीचे कार्य करने वाले पुलिस ऑफिसर्स के कार्यों की देखरेख करना, और इसके साथ ही डीएसपी एसपी से नीचे का पद होता है तो जो भी शिकायतें एसपी तक पहुंचती है उनकी जांच की जिम्मेदारी भी डीएसपी को सौंपी जाती है तो इनसे संबंधित सभी कार्य भी डीएसपी के अंतर्गत आते हैं डीएसपी की पहचान के लिए इनके कंधे पर तीन स्टार होते हैं और उसके नीचे लाल नीले रंग की कोई भी पट्टी नहीं होती.

डीएसपी कैसे बनते हैं?

डीएसपी बनने के दो तरीके होते हैं एक तो प्रमोशन के द्वारा और दूसरा डायरेक्ट परीक्षा के द्वारा, प्रमोशन में सबसे पहले जब कोई कैंडिडेट सब इंस्पेक्टर के रूप में पुलिस विभाग में नियुक्त होता है तो उसके 10 साल के बाद उनका प्रमोशन पुलिस इन्स्पेक्टर के रूप में होता है फिर जिसके 15 सालों के बाद उनका प्रमोशन डीएसपी के पद के लिए कर दिया जाता है तो इस प्रकार ये एक लंबा प्रोसेस है जिसमें सब इंस्पेक्टर से डीएसपी बनने में लगभग 20 से 25 साल लग जाते हैं और दूसरा होता है डायरेक्ट एग्जाम के द्वारा जिसमें स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन यानी लोक सेवा आयोग के द्वारा सीधे एग्जाम देकर डीएसपी बना जा सकता है.

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जिसके लिए कैंडिडेट का ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है और कैंडिडेट की आयु सीमा 21 से 40 साल के बीच में होनी चाहिए जिसमें ओबीसी वालो को 3 साल की हो रही है एससी एसटी वालों को 5 साल की छूट भी मिलती है और इसके लिए फिजिकल में हाइट पुरुष कैंडिडेट के लिए 165 सेंटीमीटर और महिला कैंडिडेट के लिए 152 सेंटीमीटर होनी चाहिए और जिसमें एसटी वालों को 5 सेंटीमीटर की छूट भी दी जाती है और छाती पुरुष कैंडिडेट के लिए 84 सेंटीमीटर होनी चाहिए जिसमें फुलाने के बाद 5 सेंटीमीटर का फुलाव भी आना चाहिए महिला कैंडिडेट का वजन 40 किलोग्राम के लगभग होना चाहिए.

स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन का एग्ज़ाम सभी राज्यों में अलग अलग समय पर होता है जैसे- अगर आप उत्तर प्रदेश से है UPPSC इसका एग्जाम कंडक्ट करती है और अगर आप उत्तराखंड से हैं तो UKPSC इस परीक्षा को कंडक्ट करती है तो इस प्रकार अलग अलग राज्यों के लिए इसकी भर्ती प्रक्रिया भी अलग अलग होती है.

डीएसपी बनने की भर्ती प्रक्रिया क्या होती है?

इसकी भर्ती प्रक्रिया में सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है फिर मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू लिया जाता है

प्रारंभिक परीक्षा

इसमें दो पेपर होते है कुछ राज्यों जैसे बिहार, राजस्थान में प्रारंभिक परीक्षा में केवल एक ही पेपर लिया जाता है तो पहला पेपर जनरल स्टडीज़ का होता है जिसमें 200 नंबर के 150 प्रश्न आते हैं सभी बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह 2 घंटे का पेपर होता है दूसरा होता है सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट का जिसमें 200 नंबर के 100 प्रश्न पूछे जाते हैं यह भी बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह भी 2 घंटे का पेपर होता है दोनों पेपर में 1/3 नेगेटिव मार्किंग होती है.

मुख्य परीक्षा

इस परीक्षा में टोटल 8 पेपर होते हैं जिनमें शॉर्ट और लॉन्ग क्वेश्चन्स आते हैं इसमें जनरल हिंदी, एस्से, जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2, जनरल स्टडीज़3, जनरल स्टडीज़4 और दो ऑप्शनल पेपर: पेपर वन और पेपर टू होते हैं.

जनरल हिंदी

इसमें 150 नंबर के प्रश्न पूछे जाते हैं यह 3 घंटे का पेपर होता है और यह क्वालीफाइंग पेपर होता है

एस्से

एस्से राइटिंग के पेपर में टोटल तीन खंड दिए जाते हैं हर एक खंड में तीन टॉपिक दिए होते हैं जिनमें से एक एक टॉपिक पर आपको 700-700 शब्दों की लिखने होंगे और प्रत्येक खंड 50-50 नंबर का होता है इसमें भी टोटल 3 घंटे का समय दिया जाता है इसके खंड (क) में साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र से टॉपिक दिए होते हैं खंड (ख) में विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र, वर्षीय उद्योग एवं व्यापार, और खंड (ग) में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम, प्राकृतिक आपदाएं, भूस्खलन, भूकंप, बाढ़, सूखा आदि राष्ट्रीय विकास योजनाएं और परियोजनाएं आदि से संबंधित टॉपिक्स दिए होते हैं जिन पर एस्से लिखना होता है.

जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2, जनरल स्टडीज़3 और जनरल स्टडीज4

जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2, जनरल स्टडीज़3भी 200-200 नंबर के पेपर होते है फिर जनरल स्टडीज़4 के पेपर में एथिक्स से सम्बन्धित प्रश्न आते हैं और यह भी 200 नंबर का पेपर होता है.

2 ऑप्शनल पेपर: पेपर1, पेपर2

जो की 200 200 नंबर के होते हैं इसमें टोटल 29 सब्जेक्ट दिए होते हैं जिनमें से कोई एक सब्जेक्ट सेलेक्ट चूज करना पड़ता है और उसी में से दोनों पेपर होते हैं.

इंटरव्यू

इन परीक्षाओं को पास करने के बाद कैंडिडेट को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है इंटरव्यू पास करने वाले कैंडिडेट को सेलेक्ट कर लिया जाता है.

डीएसपी को प्रतिमाह कितनी सैलरी दी जाती है?

डीएसपी को प्रतिमाह 65,000 से ₹90,000 के लगभग वेतन मिलता है जो की हर साल बढ़ता रहता है और इसके साथ साथ बहुत सी सुख सुविधाएं भी डीएसपी को मिलती है.

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको DSP बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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