डॉक्टर कैसे बने? | How to Become a Doctor in Hindi

आज के टाइम में बहुत सारे स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जो पढ़ लिखकर कोई अच्छी नौकरी पाना चाहते होंगे कोई डॉक्टर बनना चाहता होगा तो कोई इंजीनियर तो कोई रेलवे में जॉब पाना चाहता होगा तो आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जो डॉक्टर बनना चाहते होंगे लेकिन उन्होंने डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं होगी जैसे कि डॉक्टर बनने के लिए क्या करना पड़ता है इसके लिए योग्यता क्या होनी चाहिए इसके लिए भर्ती प्रक्रिया क्या होती है और एक डॉक्टर को कितनी सैलरी दी जाती है तो अगर आप भी डॉक्टर बनने में के बारे में सोच रहे हैं और इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें

डॉक्टर कैसे बने? (How to Become a Doctor in Hindi)

डॉक्टर बनने के लिए अलग अलग स्टेप्स होते हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको अलग डॉक्टर बनने से रिलेटेड स्टेप बाइ स्टेप पूरी जानकारी देंगे

10वीं की पढ़ाई पूरी करें

डॉक्टर बनने के लिए अथक परिश्रम और लगन से पढ़ाई कर दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करना होगा विज्ञान की विद्यार्थी ही डॉक्टर बन सकते हैं अंग्रेजी और विज्ञान में अच्छी पकड़ होनी चाहिए क्योंकि डॉक्टर बनने के लिए यह विषय अति महत्वपूर्ण है डॉक्टर बनने के लिए बौद्धिक और मानसिक रूप से एकाग्र होकर कोशिश करते रहना चाहिए.

इंटरमीडिएट में बायोलोजी को चुनें

यानी की जब आप 10वीं कक्षा पास करते हैं तो इंटरमीडिएट में पीसीबी यानी की फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलोजी से न्यूनतम 50% के साथ आपको उत्तीर्ण करना होगा अगर आप 12वीं कक्षा के स्टूडेंट हैं तो आप मेडिकल में प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं.

मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की परीक्षा

12वीं पास करने के बाद आपको मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की परीक्षा देनी होगी मेडिकल प्रवेश परीक्षा तैयारी आप हाई स्कूल से ही प्रारंभ कर सकते हैं इंटरमीडिएट में पढ़ाए जाने वाले विषयों जैसे भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान के प्रश्न आपको मेडिकल कॉलेज के प्रवेश परीक्षा में सहायता करेंगे हर विषय में कम से कम 50% अंक होने चाहिए इसलिए बेहतर होगा जब दसवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई पढ़ाई अच्छे ढंग से करें वरना आप इन्ट्रेस्ट एग्जाम नहीं दे सकते हैं मेडिकल कॉलेज में एडमिशन प्रवेश परीक्षा से होता है यह प्रवेश परीक्षा काफी कठिन होती है इसीलिए इसकी तैयारी भी बहुत मेहनत लागत से ही करनी होगी.

परीक्षा का सिलेबस आपकी इंटरमीडिएट के सिलेबस पर आधारित होता है आज कल बहुत से ही कोचिंग सेंटर एवं इंस्टिट्यूट है जो प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी कराते हैं अगर आप सेल्फ स्टडी करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं 12 वीं कक्षा की परीक्षा के बाद आईएमपीएमटी या नीट के पुराने क्वेश्चन पेपर आपको देखकर सॉल्व करने होंगे इससे विद्यार्थियों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा में प्रश्न के पत्र प्रारूप को समझने में आसानी होगी.

मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए कुछ मुख्य प्रवेश परीक्षाएं होती है जैसे- ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (AIPMT), ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS), नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) और पंजाब मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट (PMET) आदि.

मेडिकल कॉलेज में ऐडमिशन लेकर स्नातक करें

इन सभी पड़ावों को पार करने के बाद आपको मेडिकल कॉलेज में ऐडमिशन लेकर स्नातक करना होगा प्रवेश परीक्षा में प्राप्त की गई रैंक पर निर्भर करता है की आपको कौन सा कॉलेज मिलेगा बिना प्रवेश परीक्षा दिए आप एमबीबीएस कोर्स में ऐडमिशन नहीं ले सकते क्योंकि रैंक के अनुसार काउंसलिंग होती है जिसमे आप बेहतर प्रदर्शन कर किसी भी बढ़िया गवर्नमेंट कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं और प्रवेश परीक्षा के लिए आयु 17 से अधिक 25 वर्षों से कम होनी चाहिए डॉक्टर बनने के लिए कोर्स भी अलग अलग होते हैं डॉक्टर कई तरह के होते हैं छात्र अपनी रुचि के अनुसार कोर्स का चुनाव कर सकते हैं.

डॉक्टर बनने के लिए कौन कौन से कोर्स होते हैं?

डॉक्टर बनने के लिए कई तरह के अलग अलग कोर्स होते हैं-

  • एमबीबीएस
  • बीडीएस
  • बीएएमएस
  • बीएचएमएस
  • बीएससी नर्सिंग
  • बीफार्मा
  • फार्मा डी
  • बीपीटी आदि

इस तरह के कई और कोर्स इसमें शामिल होते हैं अब आपकी स्नातक पूर्ण हो जाने पर आता है.

इंटर्नशिप पूरी करें?

मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको एक वर्ष की इंटर्नशिप करनी होगी इन्टर्नशिप सिखाए गए किताबी ज्ञान की वास्तविकता परिस्थितियों पर प्रयोगिक तकनीक है इसके बाद आपको मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा डिग्री मिल जाती है अगर आप पर स्नातक के स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम एमबीबीएस की डिग्री होनी चाहिये.

डॉक्टर की प्रैक्टिस शुरू करें

डॉक्टर बनने के लिए सभी चरण पार करने के बाद आप एक डॉक्टर बन जाते हैं लेकिन एक डॉक्टर आजीवन प्रैक्टिस से अपना कौशल तरासते रहते है आप किसी भी सरकारी और निजी अस्पताल में प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं आप चाहें तो अपना खुद का क्लीनिक भी खोल सकते हैं और एक जनरल फिजिशियन की तरह लोगों का उपचार भी कर सकते हैं.

एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने?

डॉक्टर की सबसे बड़ी डिग्री एमडी यानी डॉक्टरीक ऑफ मेडिसिन है यह सुपर स्पेशिलाइजेशन है और इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है इसके बाद ही छात्र डीएम यानी डॉक्टरीक ऑफ मेडिसिन बनने के लिए स्टडी करते हैं एमडी की डिग्री पीएचडी डिग्री के समकक्ष होती है डॉक्टर की सबसे छोटी डिग्री एमबीबीएस को मानी जाती है भारत में सबसे ज्यादा ली जाने वाली डिग्री एमबीबीएस की है ज्यादातर विद्यार्थी एमबीबीएस करने की इच्छुक रहते हैं इसलिए एमबीबीएस कोर्स में कॉम्पटीशन ज्यादा होता है.

एमबीबीएस कोर्स कितने साल का होता है?

एमबीबीएस कोर्स 4 वर्ष और 6 महीने का होता है जिसमें 9 सेमेस्टर शामिल होते हैं इसमें एक वर्ष की इंटर्नशिप साबित होती है तो कुल मिलाकर एमबीबीएस 5 साल 6 महीने का होता है भारत में भी 539 एमबीबीएस कॉलेज में कुल 82 हजार 926 मेडिकल सीटें हैं जिसमें से 278 सरकारी और 263 निजी संस्थान शामिल हैं.

एमबीबीएस कोर्स में कितनी फीस लगती है? 

एमबीबीएस की फीस आमतौर पर काफी अधिक होती है और यह 2,11,000 रूपये से लगभग 22,50,000 रूपये के बीच हो सकती है सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की फीस और निजी कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की फीस संभावित बताई जाती है एम्स की फीस लगभग 1000 रूपये है दिल्ली में एमबीबीएस की फीस 2019 के हिसाब से 4 से 7000 रूपये, यूपी और आईपी यूनिवर्सिटी में 20,000 से 30,000 रूपये, निजी कॉलेजों में लगभग 5 से 6 लाख रूपये कुछ अन्य विश्वविद्यालय में 10 से 20 लाख रूपये हर साल की फीस होती है.

तो आज के इस आर्टिकल में हमने आपको डॉक्टर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपको अच्छे से समझ में आ गयी होगी इसके अलावा अगर आप किसी अन्य टॉपिक के बारे में कोई जानकारी लेना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं.

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